गैलीलियो एक प्रतिभाशाली और प्रयोगात्मक वैज्ञानिक थे| उन्होंने यह साबित कर दिया था कि, एक पेंडुलम के एक दोलन के लिए लिया गया समय केवल पेंडुलम की लंबाई पर निर्भर करता है| गैलीलियो यह समझ गए थे की
किसी वस्तु को ऊंचाई से गिराने पर वः एक समान त्वरण के साथ गिरती है, और किसी बहुत चिकनी सतह पर कोई वस्तु देर तक अपनी गति बनायीं रखती है| परन्तु गैलीलियो टेलिस्कोप (telescope) के अपने अविष्कार के कारण दुनिया में प्रसिद्द हुए| वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने वृहस्पति (Jupiter) ग्रह के 4 चंद्रमाओं का पता लगाया| साथ ही सबसे पहले सूर्य के धब्बों और शुक्र ग्रह की कलाओं (Phases of Venus) को देखा| अपने परीक्षणों के दौराण उन्होंने यह निष्कर्ष निकला की सभी ग्रह, सूर्य की परिक्रमा करते हैं| गैलीलियो ने लगभग 200 टेलिस्कोप बनाये और उन्हें विभिन्न शिक्षण संस्थाओं को खगोलीय प्रेक्षणों (astronomical observations) के लिए दान कर दिया| उन्होंने इटली की ही भाषा में अपनी किताब लिखी ताकि आम आदमी भी उसे पढ़ सके| गैलीलियो ने चर्च के विचारों का खंडन किया था, इसलिए उन्हें न्यायिक जाँच और कई अन्य यातनाओं का सामना करना पड़ा| गैलीलियो वैज्ञानिक सोच के एक महान प्रतिपादक थे। सही मायनों में गैलीलियो को आधुनिक विज्ञान का पिता कहा जा सकता है |
किसी वस्तु को ऊंचाई से गिराने पर वः एक समान त्वरण के साथ गिरती है, और किसी बहुत चिकनी सतह पर कोई वस्तु देर तक अपनी गति बनायीं रखती है| परन्तु गैलीलियो टेलिस्कोप (telescope) के अपने अविष्कार के कारण दुनिया में प्रसिद्द हुए| वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने वृहस्पति (Jupiter) ग्रह के 4 चंद्रमाओं का पता लगाया| साथ ही सबसे पहले सूर्य के धब्बों और शुक्र ग्रह की कलाओं (Phases of Venus) को देखा| अपने परीक्षणों के दौराण उन्होंने यह निष्कर्ष निकला की सभी ग्रह, सूर्य की परिक्रमा करते हैं| गैलीलियो ने लगभग 200 टेलिस्कोप बनाये और उन्हें विभिन्न शिक्षण संस्थाओं को खगोलीय प्रेक्षणों (astronomical observations) के लिए दान कर दिया| उन्होंने इटली की ही भाषा में अपनी किताब लिखी ताकि आम आदमी भी उसे पढ़ सके| गैलीलियो ने चर्च के विचारों का खंडन किया था, इसलिए उन्हें न्यायिक जाँच और कई अन्य यातनाओं का सामना करना पड़ा| गैलीलियो वैज्ञानिक सोच के एक महान प्रतिपादक थे। सही मायनों में गैलीलियो को आधुनिक विज्ञान का पिता कहा जा सकता है |
जीवन में प्रमुख घटनायें एवं प्रमुख वैज्ञानिक योगदान Major Events in Life & Major Scientific Contributions) :-
- जन्म – फरवरी 1564, पिसा, इटली
मृत्यु – 8 जनवरी, 1642, इटली
1589 में इटली के पीसा विश्वविद्यालय में गणित में व्याख्याता बने|
1591 में, उन्हें विश्वविद्यालय से निकल दिया गया क्योंकि गुरुत्व पर अपने विचार से उन्होंने अरस्तू के सिद्धांतों पर सवाल उठायाथा |- 1592 में, पडुआ विश्वविद्यालय में गणित के एक प्रोफेसर नियुक्त किये गए |
7 जनवरी, 1610 को अपने बनाये गए टेलिस्कोप के माध्यम से पहली बार बृहस्पति के चार उपग्रहों को देखा |- 1637 में उनकी आँखों की रौशनी चली गयी| उन्होंने ग्रहों की गति पर अपना सिद्धांत दिया, जो कि कोपर्निकस के सिद्धांत के आधार पर ही आधारित था| जड़त्व के सिद्धांतों (Principles of Inertia ) प्रस्तावित किया| उन्होंने अरस्तु के विचारों को चुनौती दी|
- मैकेनिक्स और गति से सम्बंधित अपनी प्रसिद्द पुस्तक Discourses & Mathematical Demonstrations Concerning two New Sciences लिखी |