अगर
मैं
होती
भगवान
अगर मैं होती भगवान
मेरे हाथ में होती हरेक जान,
मैं दूर कर देती सारे डर और दुख
और भर देती जहां में सच और सुख,
लोगों में भर देती दोस्ती और प्यार,
'आगे बढो' उन्हें याद दिलाती बार - बार.
मैं हटाकर गन्द और बुराई
करवा देती सबसे साफ - सफाई,
हर गरीब को देती एक सुन्दर घर,
लगा देती मैं उनको काम पर.
करते वह काम, न करते आराम,
तभी बनता उनका नाम
!
मैं सच में भगवान बनना चाहती हूँ.
अब आप ही बताओ, मैं क्या करुँ?
मैं सच में भगवान बनना चाहती हूँ.
अब आप ही बताओ, मैं क्या करुँ?
-मेघना चौधरी